जायद में खीरे की खेती
खीरे की खेती के लिए जलवायु और भूमि की आवश्यकता : खीरा के लिए शीतोष्ण एवं सम शीतोष्ण प्रकार की जलवायु उपयुक्त है I अच्छे जल निकास वाली दोमट एवम बलुई दोमट भूमि अच्छी रहती है। खेती के लिए भूमि का पी एच 6.5 से 7.5 तक अच्छा माना जाता हैI
उन्नत किस्मे : खीरे की बहुत सी किस्मे है कल्याणपुर खीरा, पूसा संयोग, शीतल, हिमांगी आदि इसके अतिरिक्त निजी क्षेत्र की कंपनी द्वारा खीरे की अनेक किस्मे विकसित की गयी है।
खेत की तैयारी : खेत की तैयारी के लिए एक जुताई मिट्टी पलटने वाले हल से तथा 2 - 3 जुताईयाँ कल्टीवेटर से करके खेत को पर्याप्त भुरभुरा बना लेना चाहिएI आख़िरी जुताई से पूर्व खेत में में 200 से 250 क्विंटल अच्छी पकी हुई गोबर की खाद मिलाकर नालियां बनाये।
बीज की मात्रा एवं बीज उपचार : एक हेक्टेयर क्षेत्र में खीरे की बुवाई के लिए 2 से 2.5 किलोग्राम बीज की आवश्यकता होती है। बीज उपचार के लिए 2 ग्राम केप्टान प्रति किलोग्राम बीज दर से उपचारित करना चाहिए।
बुवाई का समय एवं विधि : जायद में खीरे की बुवाई जनवरी से फरवरी में की जाती है I बुवाई के लिए खेत की तैयारी के बाद 1.50 मीटर की दुरी पर 45 सेंटीमीटर चौड़ी नालियां बनाये तथा नालियों में 45 से 50 सेंटीमीटर की दूरी पर 3 से 4 बीज एक स्थान पर लगाएं। नाली के दोनों किनारो पर बोनी की जाती है।
खाद एवम उर्वरको की मात्रा : अच्छी पकी हुई गोबर की खाद 200 से 250 क्विंटल खेत की तैयारी करते समय खेत में मिलाएं इसके साथ ही 50 किलोग्राम नत्रजन, 60 किलोग्राम फास्फोरस तथा 75 किलोग्राम पोटाश प्रति हेक्टेयर देना चाहिए I नत्रजन की 25 किलोग्राम मात्रा पहली बार बुवाई के एक माह बाद तथा दूसरी बार फूल आने पर देवे।
सिंचाई : जायद की फसल में आवश्यकता अनुसार प्रति सप्ताह सिंचाई करनी चाहिए।
खरपतवार नियंत्रण : बुवाई के 20 से 25 दिन बाद खेत में निराई-गुडाई कर खरपतवार निकालें I आवश्यकता अनुसार दूसरी बार 40 - 45 दिन पर एक बार पुनः खरपतवार निकालें।
रोग प्रबंध : खीरे में लगने वाले मुख्य रोग और नियंत्रण निन्म प्रकार है।
डाउनी मिल्ड्यू : मेटालीक्सिल + मैन्कोजेब 2 ग्राम प्रति लीटर पानी में मिलाकर स्प्रे करें
पाउडरी मिल्ड्यू : हेक्साकोनाज़ोल एक मिलीलीटर प्रति लीटर पानी में मिलाकर स्प्रे करें
सर्कोस्पोरा पत्ती धब्बा : मैन्कोजेब 2 ग्राम प्रति लीटर पानी में मिलाकर स्प्रे करें
कीट प्रबंधन : खीरे में लगने वाले मुख्य कीट और नियंत्रण निन्म प्रकार है।
लीफ माईनर/माहू : डाईमिथोएट 1.5 मिलीलीटर प्रति लीटर पानी में मिलाकर स्प्रे करें
फल मख्खी : कार्बारील 1.5 ग्राम या मेलाथियान 2 मिलीलीटर प्रति लीटर पानी में मिलाकर स्प्रे करें